आध्यात्मिक विचार - 14-06-2011


कोई क्या समझ रहा है, कोई क्या बोल रहा है, कोई क्या कर रहा है, इन बातों पर ध्यान देने वाला व्यक्ति मिथ्या अहंकार से ग्रसित भौतिक दृष्टिकोण वाला मूढ़ अज्ञानी होता है।

मै क्या समझ रहा हूँ, मैं क्या बोल रहा हूँ, मैं क्या कर रहा हूँ, इन बातों पर ध्यान देने वाला व्यक्ति मिथ्या अहंकार से मुक्त आध्यात्मिक दृष्टिकोण वाला ज्ञानी होता है।

आध्यात्मिक विचार - 03-06-2011


विचार मन और बुद्धि दोनों में ही उत्पन्न होते है।

मन में जो विचार उत्पन्न होते है वह पूर्व जन्मों के कर्म के कारण इच्छा के रूप में उत्पन्न होते हैं।

बुद्धि में जो विचार उत्पन्न होते हैं, वह वर्तमान कर्म के कारण कामना के रूप में उत्पन्न होते हैं।

आध्यात्मिक विचार - 02-06-2011


जिस प्रकार वायु नाव को भटका देती है, उसी प्रकार कामनाएं व्यक्ति की बुद्धि को भटका देती हैं, बुद्धि के भटकने कारण ही मन भटकता है।

जब व्यक्ति के स्वभाव में संतुष्टि का भाव उत्पन्न होता है तभी व्यक्ति की बुद्धि स्थिर होती है और बुद्धि के स्थिर होने पर मन भी स्थिर हो जाता है।