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आध्यात्मिक विचार - 08-08-2014
हम जिनको अपने साथ समझते हैं वास्तव में वह हमारे साथ नहीं होते हैं, हमारे साथ केवल वही होते हैं जिनका हम स्मरण करते हैं।
आध्यात्मिक विचार - 04-08-2014
किसी को भी अपना बनाना असंभव है, लेकिन किसी का हो जाना संभव है।
जो व्यक्ति किसी एक का भी हो जाता है वह सभी का मित्र बन जाता है और जो सभी का मित्र होता है वही भगवान का भक्त होता है।
आध्यात्मिक विचार - 03-08-2014
मित्र की खुशी को स्वयं की खुशी समझना ही मित्र-धर्म कहलाता है, इस धर्म को मानने वाले का संसार में कोई शत्रु नहीं होता है।
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