आध्यात्मिक विचार - 22-01-2015

स्वयं को मचिस की तीली न बनाना, जो जरा सी रगड़ से सुलग जाये।
बनाना है तो स्वयं को शान्त सरोवर बनाना, जिसमें कोई अंगारा भी फैंके तो वह खुद ही बुझ जाये॥