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श्रीमद् भगवद् गीता
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आज का विचार
सत्संग के बिना विवेक जाग्रत नही होगा, बिना विवेक जाग्रत हुए सत्य और असत्य का भेद नही जान पाओगे, सत्संग भी भगवान की कृपा से ही मिलता है जब भी सत्संग मिले तो समझो भगवान की कृपा मिल रही है।
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