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आध्यात्मिक विचार - 11-02-2011
सच्चा भक्त भक्ति में सिद्ध हो जाने पर लोक व्यवहार का कभी त्याग नहीं करता है।
भक्ति में भक्त स्वयं को बुद्धि सहित मन को भगवान को अर्पित करके सिद्ध हो जाने पर सभी आसक्तियों का त्याग करता है लेकिन सांसारिक सामाजिक व्यवहार का त्याग कभी नही करता है।
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