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आध्यात्मिक विचार - 21-10-2012
प्रत्येक व्यक्ति केवल स्वयं की भावना को ही पहचान सकता है।
जो व्यक्ति समझाने की भावना से पढ़ता, लिखता, सुनता या बोलता है वह मूर्ख होता है।
जो व्यक्ति समझने की भावना से पढ़ता, लिखता, सुनता या बोलता है वह बुद्धिमान होता है।
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