आध्यात्मिक विचार - 10-10-2012


व्यक्ति जैसी संगति करता है वैसे ही विचार बुद्धि में उत्पन्न होते हैं, वैसा ही स्वभाव हो जाता है और वैसा ही कर्म स्वतः ही होने लगता है।