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आध्यात्मिक विचार - 28-08-2011
भली प्रकार से बोलने वाले व्यक्ति से भली प्रकार से सुनने वाला व्यक्ति श्रेष्ठ होता है।
जो व्यक्ति अपनी वाणी को स्वयं सुनता है वही सर्वश्रेष्ठ होता है।
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