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आध्यात्मिक विचार - 06-10-2011
कर्म केवल दो प्रकार के होते हैं, सांसारिक और आध्यात्मिक।
फल की कामना से होने वाले सांसारिक कर्म होते हैं, और फल की कामना के बिना होने वाले आध्यात्मिक कर्म होते हैं।
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