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आध्यात्मिक विचार - 15-11-2011
सभी व्यक्ति संसार में भिखारी हैं, एक भिखारी, दूसरे भिखारी से लेकर, और तीसरे भिखारी को देकर, अज्ञानता के कारण स्वयं को दाता समझ लेता है।
जबकि प्रत्येक व्यक्ति यह जानता हैं, दाता केवल कृष्णा हैं, और संसार में तो सभी भिखारी है।
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