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आध्यात्मिक विचार - 25-09-2011
ज्ञान के द्वारा जब ज्ञान और वैराग्य का अहंकार, भक्ति में समाहित हो जाता है तभी वास्तव में भगवद पथ की दूरी तय होती है।
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