आध्यात्मिक विचार - 26-11-2011


प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं की अधूरी जानकारी से ही पूर्ण जानकारी प्राप्त करने की प्रेरणा मिलती है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति मिथ्या अहंकार के कारण अधूरी जानकारी को ही पूर्ण जानकारी समझता रहता है।

जो व्यक्ति स्वयं की जानकारी को हमेशा अधूरी जानकारी ही समझता रहता है, केवल वही व्यक्ति संसार में ज्ञानी होता है।