आध्यात्मिक विचार - 05-03-2013


प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का लक्ष्य आनन्द की प्राप्ति होता है।

वर्तमान में किये हुए कर्म से ही भविष्य का निर्माण होता है, जो व्यक्ति वर्तमान में मन को स्थिर रखकर कर्म करता है उसी व्यक्ति को भविष्य में आनन्द की प्राप्ति संभव होती है।