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श्रीमद् भगवद् गीता
श्री राम चरित मानस
आध्यात्मिक चिंतन
बृज चित्र-दर्शन
भजन-संगीत
प्रार्थना
समर्पण
आज का विचार
अपनी सभी वासना (इच्छा) रूपी धागों को इकट्ठा करके भगवद्-इच्छा रूपी मोटी रस्सी तैयार करो, इसी रस्सी के सहारे भव-कूप (संसार) से बाहर निकलने का प्रयत्न करो।
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