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श्रीमद् भगवद् गीता
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आज का विचार
भगवान की माया (धन, सम्पदा और परिवार) को प्राप्त करने की इच्छा मत करो, माया-पति (भगवान) को पाने की इच्छा करोगे तो माया तो पीछे स्वयं ही चली आयेगी, क्योंकि माया तो भगवान की एक पतिव्रता स्त्री के समान है।
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