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श्रीमद् भगवद् गीता
श्री राम चरित मानस
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समर्पण
आज का विचार
यह शरीर और धन-सम्पदा यहीं रह जायेंगे इसलिये इन्हे निजी स्वार्थ मे न लगाकर परमार्थ में लगाओ।
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