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श्रीमद् भगवद् गीता
श्री राम चरित मानस
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समर्पण
आज का विचार
गुरु शास्त्रों का ज्ञाता शिव स्वरुप होता है वह शास्त्र-ज्ञान के अनुसार कर्म-मार्ग का पथ-प्रदर्शक होता है।
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सदगुरु ब्रह्म का ज्ञाता ब्रह्म स्वरुप होता है वह ब्रह्म-ज्ञान के अनुसार भक्ति-मार्ग का पथ-प्रदर्शक होता है।
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