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श्रीमद् भगवद् गीता
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आज का विचार
मधु-मक्खियों द्वारा संचित किया हुआ शहद अन्य किसी के द्वारा छीन लिया जाता है, इसलिए धन का संचय कभी नहीं करना चाहिए, धन का उपयोग तो दान देने के लिये और आवश्यकता पूर्ति करने के लिये होना चाहिये।
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