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श्रीमद् भगवद् गीता
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आज का विचार
विद्या के समान कोई आँख नहीं होती है, सत्य के समान तपस्या नहीं होती है, आसक्ति के समान दुःख नहीं होता है और त्याग के समान सुख नहीं होता है।
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