आज का विचार

गुरु और सदगुरु में अन्तर होता है, गुरु बनाना होता है लेकिन सदगुरु प्राप्त होते हैं।
गुरु स्वर्ग के लोकों का पथ-प्रदर्शक होता है और सदगुरु बैकुण्ठ के लोकों का पथ-प्रदर्शक होता है।