आध्यात्मिक विचार - 6/12/2010


केवल भगवान के नाम का गुणगान निरन्तर करने से ही सभी प्रकार की आशक्ति और विपत्ति से बचा जा सकता है।
प्रत्येक व्यक्ति को अपने कर्तव्य कर्म करते हुए निरन्तर भगवान के नाम रुपी अमृत को पीते रहना चाहिये जिससे सभी प्रकार के भोगों को भोगते हुए भी सांसारिक विषयों के विष का असर नही हो सकेगा।