आध्यात्मिक विचार - 07-12-2011


गीता के अनुसार 

इन्द्रियाँ अत्यधिक प्रबल और वेगवान होती  हैं, जो व्यक्ति अपनी इन्द्रियों को वश में करने का प्रयत्न करता है, उस विवेकी मनुष्य के मन को भी बल पूर्वक भटका देतीं है।

इसलिये प्रत्येक व्यक्ति को अपनी समस्त इन्द्रियों का उपयोग हमेशा भगवान की सेवा के लिए करना चाहिये।