आध्यात्मिक विचार - 16-07-2014

प्राप्त वस्तुओं को भगवान का प्रसाद और अप्राप्त वस्तुओं को भगवान की कृपा समझने वाला व्यक्ति शीघ्र ही जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है।