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श्रीमद् भगवद् गीता
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आज का विचार
आलसी मनुष्य कभी विद्या प्राप्त नही कर पाता है, विद्याहीन मनुष्य कभी धन प्राप्त नही कर पाता है, निर्धन मनुष्य का कभी कोई मित्र नहीं बन पाता है और बिना मित्र के कभी कोई मनुष्य सुख प्राप्त नहीं कर पाता है।
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