आज का विचार

गुरु स्वर्ग के लोकों का पथ-प्रदर्शक होता है, सदगुरु वैकुण्ठ के लोकों का पथ-प्रदर्शक होता है।
*******
सदगुरु ब्रह्म का ज्ञाता ब्रह्म स्वरुप होता है वह ब्रह्म-ज्ञान के अनुसार भक्ति-मार्ग का पथ-प्रदर्शक होता है।
*******