मुख पृष्ठ
श्रीमद् भगवद् गीता
श्री राम चरित मानस
आध्यात्मिक चिंतन
बृज चित्र-दर्शन
भजन-संगीत
प्रार्थना
समर्पण
आज का विचार
कर्म वही होता है जिससे बंधन उत्पन्न नहीं होता है, विद्या वही होती है जिससे मोक्ष की प्राप्ति होती है, अन्य सभी कर्म तो केवल श्रम मात्र होते हैं और अन्य सभी विद्याएँ तो यान्त्रिक क्रियाएँ मात्र होती हैं।
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ