आज का विचार


मन के दुःख का पहला कारण क्रोध होता है, क्रोध से सांसारिक बंधन उत्पन्न होता है, क्रोध से कर्तव्य-कर्म में विघ्न उत्पन्न होता है, इसलिए क्रोध का त्याग कर देना चाहिये।