आज का विचार


ज्ञान में स्थित व्यक्ति की यदि कोई निंदा करे या प्रशंसा करे, उसके पास धन स्थिर रहे या चला जाये, उसके शरीर की मृत्यु आज ही हो या सो वर्षों के बाद हो, ऎसा व्यक्ति बिना विचलित हुए भक्ति के पथ पर चलता हुआ कभी भी अपना धीरज नहीं खोता है।