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आज का विचार
अनेकों मनुष्यों में से कोई केवल दूसरों के गुणों को ही जान पाता हैं, अनेकों मनुष्यों में से कोई दूसरों के दुःख से दुखी हो पाता हैं, उसी प्रकार अनेकों मनुष्यों में से कोई संतुष्ट रह पाता है, जो जीवन की हर परिस्थिति में संतुष्ट रहता है वही संत होता है।
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