आज का विचार


प्रत्येक मनुष्य को दुख-सुख की अनुभूति दो प्रकार से होती है, मानसिक रूप से और शारीरिक रूप से, शरीरिक सुख-दुख पूर्व जन्म के कर्म के कारण भोगने पड़ते हैं और मानसिक सुख-दुख इस जन्म के कर्म के कारण भोगने पड़ते हैं।