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श्रीमद् भगवद् गीता
श्री राम चरित मानस
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समर्पण
आज का विचार
नित्य भगवान के भजन, चिंतन के लिये थोड़ा-थोड़ा समय निकाल कर अभ्यास अवश्य करना चाहिये।
जिसप्रकार बूँद-बूँद करके घट भर जाता है, उसीप्रकार थोड़ा-थोड़ा भजन, चिंतन विश्वास और धैर्य के साथ करने से एक दिन पात्रता प्राप्त हो ही जायेगी।
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