आज का विचार

ईश्वर प्राप्ति के दो ही मार्ग है, निष्काम कर्म-मार्ग और सांख्य-मार्ग, सांख्य-मार्ग की तुलना में निष्काम कर्म-मार्ग आसान होता है।
निष्काम कर्म-मार्ग में मन को पहले स्थिर किया जाता है तो सभी इन्द्रियाँ स्वत: ही वश में हो जाती है और सांख्य-मार्ग में सभी इन्द्रियों को अलग-अलग वश में किया जाता है तब मन वश में हो पाता है।