आध्यात्मिक विचार - 14-01-2011

व्यक्ति जिस भावना से भगवान को भजता है, भगवान भी व्यक्ति को उसी भावना से भजते हैं।

व्यक्ति जिस भाव से अपनी कामना पूरी करने के लिये भगवान का स्मरण करता है, भगवान उस व्यक्ति की उसी भाव से कामना पूर्ति करते हैं।