आध्यात्मिक विचार - 14-02-2011

जो व्यक्ति इस मानव शरीर में परम-ब्रह्म को जानने का प्रयत्न करता है केवल वही बुद्धिमान व्यक्ति कहलाने योग्य होता है।

ऎसे बुद्धिमान व्यक्ति प्रत्येक जीव मात्र में परम-ब्रह्म को देखते हुए इस मनुष्य शरीर का त्याग करके जाते हैं, वह संसार में अमरता को प्राप्त करते हैं।

ऎसे बुद्धिमान व्यक्ति जन्म-मृत्यु के चक्र से छूटकर अमृत-तत्व को प्राप्त कर भगवान के परम-धाम को प्राप्त हो जाते हैं।