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आध्यात्मिक विचार - 03-06-2015
प्रार्थना से ध्यान श्रेष्ठ है।
प्रार्थना में हम भगवान को अपनी सुनाते है, लेकिन ध्यान में हम भगवान की सुनते हैं।
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