आज का विचार


बिना फल की कामना से कर्म करने पर ही परमात्मा की अनुभूति हो सकती है, बिना परमात्मा की अनुभूति के वास्तविक ज्ञान प्रकट नहीं हो सकता है, बिना ज्ञान के अज्ञान नहीं मिट सकता है, बिना अज्ञान मिटे भगवान की प्राप्ति नहीं हो सकती है।